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दिसंबर, 2017 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

वशीकरण के दुष्प्रभाव

 अभी तक आपको हमने पिछली पोस्ट में ये बताया कि  वशीकरण क्या होता है?  तंत्र में इसका क्या स्थान है और इसके प्रयोग किस स्थिति में किये जाने चाहिए आज हम आपको बताएंगे कि वशीकरण  के दुषप्रभाव क्या होते है। यदि इसका सदुपयोग किया जाए तो क्या प्रभाव होंगे और यदि इस विद्या का दुरुपयोग किया जाए तो क्या प्रभाव होंगे। जैसा कि हम जानते है कि वशीकरण विद्या है आपके अंदर आकर्षण शक्ति बनानें की। वशीकरण विद्या के द्वारा आप आकर्षक, सुंदर सम्मोहक और उच्च पदासीन हो सकते है परंतु साथ मे यह भी सत्य है कि यदि इस शक्ति का प्रयोग आप किसी के ऊपर अपनी स्वार्थ सिद्धि के लिए करते है तो यह घोर अन्याय होने के साथ साथ सृष्टि  के नियम के अनुसार अक्षम्य अपराध भी है ।  किसी भी समस्या  के समाधान के लिए संपर्क करे आनन्द हो ज्योतिष केंद्र  व्हाट्स एप्प   0091-7009688414    फोन               0091- 7009688414        जैसा कि वशीकरण के नाम से पता चलता है कि वशीकरण का अर्थ  है किसी को वश में करना इस के सदुपयोग और दुरुपयोग में बहुत अंतर है किसी को वश में करने का मतलब यह नहीं कि आप उससे कुछ भी काम करवा

विद्वेषण तंत्र

                 हमने आपको स्तम्भन तंत्र के बारे में अवगत कराया था  और उससे पहले हम  मारण उच्चाटन और वशीकरण का भी उल्लेख कर चुके है।विद्वेषण क्रिया भी तन्त्र की महत्वपूर्ण क्रिया है जिसका प्रयोग प्राचीन काल से होता रहा है। पुराने समयो में इस  विद्या का प्रयोग शत्रु की आंतरिक कलह करवाने में प्रयोग किया जाता था । जो शत्रु बहुत ही संगठित होते थे या फिर संगठन शक्ति ही शत्रु का मुख्य अस्त्र होती थी वह विद्वेषण प्रयोग कर के तन्त्र द्वारा उनमे मतभेद करवा कर उनको कमज़ोर कर के विजय प्राप्त की जाती थी। अनेको प्राचीन  किस्सो कहानियों में हमे इसका उल्लेख कई जगह पढ़ने को मिलता है। किसी भी समस्या  के समाधान के लिए संपर्क करे आनन्द हो ज्योतिष केंद्र  व्हाट्स एप्प   0091-7009688414    फोन               0091- 7009688414           विद्वेषण प्रयोग जैसा कि नाम से ही समझ आता है किन्ही दो लोगो को अलग कर देना या उनमे वैचारिक मतभेद वाली स्थिति उत्पन्न कर देना। तन्त्र की इस शाखा के भी दो पहलू है सकारात्मक और नकारात्मक और दोनों ही पहलू महत्वपूर्ण है। परंतु आज के समय मे तन्त्र का दुरुपयोग ही पहचा

स्तम्भन तंत्र सत्य या मिथ्या

                   स्तम्भन तंत्र सत्य या मिथ्या ?                   जैसा कि हमने आपको पिछली पोस्ट में मारण वशीकरण उच्चाटन के बारे में जानकारी दी अब हम आपको स्तम्भन क्रिया से अवगत कराएंगे। स्तम्भन क्रिया तंत्र की महत्वपूर्ण क्रिया है जिसका उल्लेख प्रत्येक तन्त्र ग्रंथ और  तांत्रिक की विधियों में होता है।  स्तम्भन शक्ति  को सही से समझने के लिए हमे स्तम्भन शब्द का अर्थ सही से  समझना होगा और इसके प्रयोग को समझने से पहले हमें इसके अस्तित्व को जानना होगा। किसी भी समस्या  के समाधान के लिए संपर्क करे आनन्द हो ज्योतिष केंद्र  व्हाट्स एप्प   0091-7009688414   फोन               0091- 7009688414         क्या है स्तम्भन ?        स्तम्भन का अर्थ है किसी भी वस्तु या व्यक्ति विशेष को रोक देना या किसी बंधन में बांध देना। तन्त्र में स्तम्भन क्रिया समझने से पहले हमें सृष्टि में स्तम्भन किस प्रकार से विद्यमान है ,को समझना होगा। विज्ञान भी मानता है के अभी ग्रह और पृथ्वी भी  अपनी आवृति एक निश्चित समय मे पूरा करते है। और अपने एक्सिस पर घूमते है तो यह स्तम्भन के बिना संभव नही है। ये सू