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वशीकरण के दुष्प्रभाव

 अभी तक आपको हमने पिछली पोस्ट में ये बताया कि  वशीकरण क्या होता है?  तंत्र में इसका क्या स्थान है और इसके प्रयोग किस स्थिति में किये जाने चाहिए आज हम आपको बताएंगे कि वशीकरण  के दुषप्रभाव क्या होते है। यदि इसका सदुपयोग किया जाए तो क्या प्रभाव होंगे और यदि इस विद्या का दुरुपयोग किया जाए तो क्या प्रभाव होंगे। जैसा कि हम जानते है कि वशीकरण विद्या है आपके अंदर आकर्षण शक्ति बनानें की। वशीकरण विद्या के द्वारा आप आकर्षक, सुंदर सम्मोहक और उच्च पदासीन हो सकते है परंतु साथ मे यह भी सत्य है कि यदि इस शक्ति का प्रयोग आप किसी के ऊपर अपनी स्वार्थ सिद्धि के लिए करते है तो यह घोर अन्याय होने के साथ साथ सृष्टि  के नियम के अनुसार अक्षम्य अपराध भी है ।  किसी भी समस्या  के समाधान के लिए संपर्क करे आनन्द हो ज्योतिष केंद्र  व्हाट्स एप्प   0091-7009688414    फोन               0091- 7009688414        जैसा कि वशीकरण के नाम से पता चलता है कि वशीकरण का अर्थ  है किसी को वश में करना इस के सदुपयोग और दुरुपयोग में बहुत अंतर है किसी को वश में करने का मतलब यह नहीं कि आप उससे कुछ भी काम करवा

विद्वेषण तंत्र

                 हमने आपको स्तम्भन तंत्र के बारे में अवगत कराया था  और उससे पहले हम  मारण उच्चाटन और वशीकरण का भी उल्लेख कर चुके है।विद्वेषण क्रिया भी तन्त्र की महत्वपूर्ण क्रिया है जिसका प्रयोग प्राचीन काल से होता रहा है। पुराने समयो में इस  विद्या का प्रयोग शत्रु की आंतरिक कलह करवाने में प्रयोग किया जाता था । जो शत्रु बहुत ही संगठित होते थे या फिर संगठन शक्ति ही शत्रु का मुख्य अस्त्र होती थी वह विद्वेषण प्रयोग कर के तन्त्र द्वारा उनमे मतभेद करवा कर उनको कमज़ोर कर के विजय प्राप्त की जाती थी। अनेको प्राचीन  किस्सो कहानियों में हमे इसका उल्लेख कई जगह पढ़ने को मिलता है। किसी भी समस्या  के समाधान के लिए संपर्क करे आनन्द हो ज्योतिष केंद्र  व्हाट्स एप्प   0091-7009688414    फोन               0091- 7009688414           विद्वेषण प्रयोग जैसा कि नाम से ही समझ आता है किन्ही दो लोगो को अलग कर देना या उनमे वैचारिक मतभेद वाली स्थिति उत्पन्न कर देना। तन्त्र की इस शाखा के भी दो पहलू है सकारात्मक और नकारात्मक और दोनों ही पहलू महत्वपूर्ण है। परंतु आज के समय मे तन्त्र का दुरुपयोग ही पहचा

स्तम्भन तंत्र सत्य या मिथ्या

                   स्तम्भन तंत्र सत्य या मिथ्या ?                   जैसा कि हमने आपको पिछली पोस्ट में मारण वशीकरण उच्चाटन के बारे में जानकारी दी अब हम आपको स्तम्भन क्रिया से अवगत कराएंगे। स्तम्भन क्रिया तंत्र की महत्वपूर्ण क्रिया है जिसका उल्लेख प्रत्येक तन्त्र ग्रंथ और  तांत्रिक की विधियों में होता है।  स्तम्भन शक्ति  को सही से समझने के लिए हमे स्तम्भन शब्द का अर्थ सही से  समझना होगा और इसके प्रयोग को समझने से पहले हमें इसके अस्तित्व को जानना होगा। किसी भी समस्या  के समाधान के लिए संपर्क करे आनन्द हो ज्योतिष केंद्र  व्हाट्स एप्प   0091-7009688414   फोन               0091- 7009688414         क्या है स्तम्भन ?        स्तम्भन का अर्थ है किसी भी वस्तु या व्यक्ति विशेष को रोक देना या किसी बंधन में बांध देना। तन्त्र में स्तम्भन क्रिया समझने से पहले हमें सृष्टि में स्तम्भन किस प्रकार से विद्यमान है ,को समझना होगा। विज्ञान भी मानता है के अभी ग्रह और पृथ्वी भी  अपनी आवृति एक निश्चित समय मे पूरा करते है। और अपने एक्सिस पर घूमते है तो यह स्तम्भन के बिना संभव नही है। ये सू

उच्चाटन तंत्र

 उच्चाटन तंत्र जैसा कि हमने पहले बताया कि उच्चाटन का अर्थ है किसी भी चीज़ से मन उचाट हो जाना या कर देना। यह विद्या शत्रुओ को भ्रमित करने के लिए प्रयोग में आती रही है। इस विद्या का सबसे महत्वपूर्ण प्रयोग है  किसी के मन में किसी प्रकार के तनाव भरे ख्यालो या विचारो से मुक्त करना हम कई बार देखते है  कि कभी कभी एक विचार ही मनुष्य की मानसिक संतुलन को बिगाड़ने में काफी रहता है और वह विचार  अंतर मन तक ऐसे घर कर जाता है जैसे उसे कुछ और न समझ आ सके न ही वह उससे उबर ही पाता है। वह विचार किसी भी प्रकार  का हो सकता है प्रेम से संबंधित हो सकता है प्रेम ईर्ष्या शत्रुता या नकारात्मकता ।उच्चाटन विद्या का सही प्रयोग उस व्यक्ति को उस विचार से मुक्त कर सकता है और नई सोच सोचने को मजबूर कर सकता है। किसी भी समस्या  के समाधान के लिए संपर्क करे आनन्द हो ज्योतिष केंद्र  व्हाट्स एप्प   0091-7009688414   फोन               0091- 7009688414  परन्तु इस विद्या का दुरुपयोग  ज्यादा होता है और सदुपयोग कम। दुरुपयोग में कुछ लोभी तांत्रिक  किसी का नुकसान करने  में अधिक  प्रयोग करते है । लोग अपने शत्रुओ प्

मारण तंत्र सत्य या मिथ्या ? Maran Tantra Reality Or Myth(Call-7009688414)

                                                     मारण तंत्र सत्य या मिथ्या                     मारण तन्त्र जैसे कि नाम संकेत करता है का अर्थ है वह तन्त्र जिसके द्वारा किसी को मारा जा सके। इस तन्त्र का सिर्फ एक ही रूप सबके सामने  आ सका है वह है एक तांत्रिक जो कि शमशान भूमि में बैठा चिता के आस पास कुछ मंत्रो से  कुछ क्रिया करता हुआ। इसमें संदेह नही की मारण मन्त्र बहुत ही ताक़तवर होते है और उनकी क्रिया उतनी ही खतरनाक जो कि सही विधि से सही नक्षत्रो में सही तरीके से किया जाए तो निश्चित ही कार्य सिद्धि होती है। जैसे कि मैंने पहले भी आपको पिछली पोस्ट में अवगत कराया के बुरे लोग बुरा करते है  और फल अच्छे  लोगों को भुगतना पड़ता है।          किसी भी समस्या  के समाधान के लिए संपर्क करे आनन्द हो ज्योतिष केंद्र  व्हाट्स एप्प   0091-7009688414   फोन               0091- 7009688414                          मारण मंत्र और तंत्र का प्रयोग दोनों ही शास्त्रों में निषेध है परंतु  कभी बहुत बड़ी आपदा में जहाँ आपको कोई और रास्ता न मिले और आपको यह तंत्र  प्रयोग करना ही पड़े तो सिर्फ आत्म

तँत्र सत्य या मिथ्या?(Tantra Reality or a Myth) Call-7009688414

तंत्र के नाम से ही हम भयभीत हो जाते है । आज के युग मे तंत्र की  असली परिभाषा ही जैसे खो सी गयी है । हमारी नज़रो  में तांत्रिक शब्द का अर्थ है एक डरावना से ढेर सारी माला पहने हुए  लंबा सा तिलक लगाएं हुए  व्यक्ति जो कि बस अपने ही माहौल में रह कर लोगो का बुरा करता है। जब कि ऐसा नही है तंत्र खुद में एक परिपूर्ण ज्ञान  तो है ही परंतु उस के साथ साथ जीने का एक रास्ता भी है। जो लोग तंत्र के नाम से डराते है  और  अपना प्रभाव किसी पे डालने की कोशिश करते है वास्तव में उन्हें तंत्र के बारे में या तो पता ही नही या फिर वो जान कर भी बस अपने स्वार्थ सिद्ध करने के लिए  तंत्र का प्रयोग करते है। तन्त्र की परिभाषा ही बिल्कुल बदल गयी है किसी भी समस्या  के समाधान के लिए संपर्क  करे आनन्द हो ज्योतिष केन्द्र व्हाट्स एप  0091-7009688414  फोन-  0091-7009688414                           Connect via Facebook click Anand Ho On Facebook          तांत्रिक शब्द का उच्चारण मात्र ही हम में भय का संचार करने के लिए काफी है। तंत्र और तांत्रिक दोनो ही  हमारे समाज मे भय , अंध विश्वास की