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वशीकरण के दुष्प्रभाव

  •  अभी तक आपको हमने पिछली पोस्ट में ये बताया कि  वशीकरण क्या होता है?  तंत्र में इसका क्या स्थान है और इसके प्रयोग किस स्थिति में किये जाने चाहिए आज हम आपको बताएंगे कि वशीकरण  के दुषप्रभाव क्या होते है। यदि इसका सदुपयोग किया जाए तो क्या प्रभाव होंगे और यदि इस विद्या का दुरुपयोग किया जाए तो क्या प्रभाव होंगे। जैसा कि हम जानते है कि वशीकरण विद्या है आपके अंदर आकर्षण शक्ति बनानें की। वशीकरण विद्या के द्वारा आप आकर्षक, सुंदर सम्मोहक और उच्च पदासीन हो सकते है परंतु साथ मे यह भी सत्य है कि यदि इस शक्ति का प्रयोग आप किसी के ऊपर अपनी स्वार्थ सिद्धि के लिए करते है तो यह घोर अन्याय होने के साथ साथ सृष्टि  के नियम के अनुसार अक्षम्य अपराध भी है । 

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       जैसा कि वशीकरण के नाम से पता चलता है कि वशीकरण का अर्थ  है किसी को वश में करना इस के सदुपयोग और दुरुपयोग में बहुत अंतर है किसी को वश में करने का मतलब यह नहीं कि आप उससे कुछ भी काम करवा सके हालांकि वशीकरण में कुछ ऐसे प्रयोग होते हैं जिसके द्वारा के सामने वाला व्यक्ति पूर्ण रुप से वशीभूत हो जाता है और सब कुछ भूल कर सिर्फ आप ही को याद रखेगा परंतु इस पर इसे हम सदुपयोग नहीं कह सकते । अपनी शक्ति से किसी के भाग्य और इच्छा से प्रतिरूप कुछ करवाना या अपनी शक्ति से सिर्फ अपने स्वार्थ सिद्धि के लिए ऐसे प्रयोग करना दुरुपयोग ही है।



                         यदि हम वशीकरण शक्ति का सदुपयोग करें ," सदुपयोग में हम स्वयं में आकर्षण शक्ति का विस्तार या फिर प्रतिभा का विस्तार या फिर स्वयं को चुंबकीय बनाना सम्मिलित कर सकते हैं"  । अगर हम यह कहे कि वशीकरण का प्रयोग इस प्रकार से किया जाए जिससे सभी आपकी तरफ़ आकर्षित महसूस करें और आप सभी की नजरों में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति नजर आए तो यह विद्या उत्तम है और गलत नहीं है । प्रत्येक व्यक्ति चाहता है कि वह सुंदर दिखें आकर्षक दिखे मनमोहक दिखे और सभी लोग उस से प्रेम करें और उसका सम्मान हो तो यह यदि वशीकरण शक्ति के द्वारा प्राप्त किया जा सकता है और इससे किसी का अनर्थ नहीं हो रहा तो यह गलत नहीं होगा। आप खुद ही सोचें कि यदि किसी के पास वशीकरण शक्ति हो या वशीकरण सिद्ध सामग्री जोकि उसे इस काबिल बनाएं कि हर एक व्यक्ति उसकी बात सुने, उसकी बात समझे तो वह व्यक्ति मध्यस्थता करके जाने कितने लोगों के घर बचा सकता है जाने कितने लोगों को अच्छे पद पर ला सकता है और कितने रिश्ते उसकी शक्ति के द्वारा बचाया जा सकते हैं ।    

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       अब हम बात करेंगे वशीकरण द्वारा उत्पन्न प्रभावों की सदुपयोग से भी और दुरुपयोग से भी ।सबसे पहले हम सदुपयोग की बात करेंगे इस विद्या का सदुपयोग यदि हो और यदि किसी की भलाई के लिए उसके ऊपर प्रयोग किया जाए जैसे कि कोई घर टूट रहा है और इस वक्त प्यार के बिना कोई भी शक्ति उस घर को नहीं बचा सकती , यह प्रयोग किया जाता है तो इस प्रयोग का प्रभाव यह होगा लोगों के बीच जो की द्वेष था , वापस प्यार और सद्भावना में बदल सकता है।  कोई पति और पत्नी संबंध विच्छेद तक पहुंच गए हैं और यदि यह विद्या प्रयोग की जाए तो उनका घर बच सकता है। मान लीजिए कोई दो भाई आपस में किन्ही कारणों से एक दूसरे के शत्रु हो गए हैं तो यह विद्या उस घर को उन दो भाइयों को वापस द्वेष गुस्सा और मतभेद भुलाकर एक होने में बहुत सहायक हो सकती है । यदि इस तरीके से इसका सदुपयोग किया जाए तो इसके प्रभाव बहुत ही सकारात्मक होते हैं यह सिर्फ भाइयों की बात नहीं है, परिवार सास बहू पति - पत्नी दो  - मित्र बॉस - एंप्लोई सभी पर और सभी रिश्ते संभालना वशीकरणविद्या का  सकारात्मक प्रयोग है। यह विद्या टूटते हुए घर बचा सकती हैं या टूटे हुए रिश्ते बचा सकती है और इसके प्रभाव बहुत ही अन्यतम है।


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      अब हम बात करते हैं वशीकरण के दुष्प्रभावों की , जैसे की हम जानते ही हैं कि यदि हम अपनी शारीरिक शक्ति का भी दुरुपयोग करते हैं और किसी का अनर्थ करते हैं तो यह बिल्कुल भी सही नहीं और किसी अपराध से कम भी नहीं । यदि भगवान ने हमें कोई शक्ति दी है उसका दुरुपयोग करना अपराध है और यह शक्ति बहुत ही ज्यादा दुरुपयोग हो रही है ।

       अब इसके दुरुपयोग के बारे में बात करते हैं तो मान लीजिए कोई सुंदर लड़की है , परंतु वह शादीशुदा है यह विद्या उस पर उपयोग करना दुरुपयोग होगा हम किसी घर में दरार डालना चाहते हैं उन में से किसी एक व्यक्ति पर यह प्रयोग कर देते हैं तो यह दुरुपयोग है , हम किसी की इच्छा के खिलाफ कुछ करना चाहते हैं और हमारी भावनाएं पवित्र नहीं है और हम इस विद्या का प्रयोग करते हैं यह सिर्फ दुरुपयोग नहीं बहुत बड़ा अक्षम्य अपराध है जोकि कभी माफ नहीं हो सकता किसी पर दुरुपयोग होने पर इसके दुष्प्रभाव होते हैं सिर्फ शब्दों में उल्लेख नहीं हो सकते परंतु कुछ मुख्य रुप से इसके दुष्प्रभाव हम आपको बताना चाहेंगे।

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   जिस पर इस प्रकार का वशीकरण प्रयोग हुआ हो वह व्यक्ति इस प्रयोग के बाद में कुंठित महसूस करता है आमजनों से कट जाता है।

 अपने परिवार से द्वेषी हो जाता है और अकेला रहना पसंद करता है या फिर इसी प्रकार कि कुछ भावनाएं उसमें दिखने लगती हैं 

उसकी नींद अच्छे से नहीं आती ।जैसे-जैसे उस पर प्रभाव बढ़ता जाता है वह  सभी अपनों से दूर होकर खुद को खुद में समेटने की चेष्टा करने लगता है

 झगड़ने लगता है बहुत ही अजीब व्यवहार हो जाता है उसका यदि ऐसा कुछ किसी घर में हो उस घर में चाहे किसी भी व्यक्ति पर हो बाकी घर के लोगों पर भी उसका प्रभाव आता है और यदि ऐसा प्रयोग हुआ है जो सबसे बड़ी समस्या यह आती है के वैचारिक मतभेद संपूर्ण परिवार में आने शुरू हो जाते हैं।

         वशीकरण के दुरुपयोग के दुष्प्रभाव सिर्फ जिस पर किया जाता है उसी पर नहीं आते जो करता है उस पर भी आते हैं । यह बहुत ही गोपनीय विद्या है जोकि अहंकार लालच और स्वार्थवश बहुत ज्यादा दुरुपयोग हो रही है।

                 और सिर्फ यही नहीं यह भी हमने देखा है के जिस व्यक्ति पर तंत्र का दुरुपयोग किया जाए उच्च का मंगल या ब्रहस्पति इतना उच्च होता है उस पर वह दुरुपयोग काम नहीं करता या फिर वह किसी इष्ट की कृपा प्राप्त कर चुके होते हैं , उन पर वशीकरण का दुरूपयोग काम ही नहीं करता और जब वह दुरुपयोग काम नहीं करता प्रयोग करने वाले पर से लेकर करने वाले के परिवार तक प्रभाव प्रभाव डालता है 

          अतः  तंत्र जनकल्याण और जीवन में स्थिरता और संपूर्णता लाने के लिए है इसका दुरुपयोग नहीं किया जाना चाहिए।

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ब्लॉग के माध्यम से हम यह कोशिश करेंगे के तंत्र के मूल स्वरूप को समझ कर हम आपको महादेव भगवान शंकर और माँ दुर्गा के इस सृष्टि रहस्य से अवगत करा सके। और गुरु शिष्य परम्परा से आपको अवगत करा सके जो कि तंत्र मंत्र और इनके ज्ञान में सबसे महत्वपूर्ण भाग है।

  आपके प्रश्न जिज्ञासा या परेशानी के लिए  आप हमे फ़ोन कर सकते है।


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