ह्रीं बीज मंत्र और तंत्र
मित्रो जैसे कि पिछली पोस्ट में मैं के आपको ह्रीं बीज का आपके शारीरिक संतुलन के बारे में बताया । अब हम आपको ह्रीं बीज मंत्र के कुछ मन्त्र प्रयोग और तंत्र प्रयोग जिनसे की कार्यसिद्धि होती है , से अवगत करवाएंगे।
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ह्रीं बीज जैसे कि मैंने आपको पहले बताया मा दुर्गा से संबंधित है। इस बीज मंत्र के साधारण प्रयोग से कार्यसिद्धि प्रयोग तक है। जैसे कि हमने पहले बताया कि भगवान शिव और माँ दुर्गा तन्त्र के अधिष्ठाता है। अतः इस मंत्र से तान्त्रिक प्रयोग और अनंत शक्ति समाहित है । इस बीज मंत्र के द्वारा साधक वशीकरण सम्मोहन मोहन और आकर्षण शक्ति का स्वामी बन सकता है।
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इस मंत्र के जाप से व्यक्ति का प्रभामंडल विकसित जोटा है और व्यक्तित्व में निखार आता है। व्यक्ति या साधक जो भी इस मंत्र का जाप ध्यान आदि करता है उसमें एक चुम्बकीय शक्ति उत्पन्न होती है जिससे कि सामने वाला व्यक्ति उससे आकर्षित हुए बिना नही रह सकता। ह्रीं बीज के परस्पर जाप से हमारे ऊर्जा क्षेत्र का विकास होता है और जो ऊर्जा की साधक की आनलहो से झलकती है। ह्रीं बीज के ध्यान से जो शांति शक्ति और संतुलन मिलता है वह साधक के चेहरे की चमक के रूप में दिखता है। और लय पूर्ण उच्चारण से साधक का कंठ मधुर और व्यक्तित्व आभा से भरा हुआ लगता है।
साधक को चाहिए के गुरु से यह मंत्र प्राप्त करके पवित्र मन और एकाग्रता से ह्रीं बीज का लय पूर्वक उच्चारण करे और पूर्ण श्रद्धा से इस बीज को स्वयं में समाहित करे ताकि वह इस मंत्र के प्रयोगों को समझ कर समाज कल्याण के लिए कार्यरत हो सके। सीधा किसी मन्त्र को जपने से पहले गुरु से लेना अति आवश्यक हहै अन्यथा आप इसके बहुत से रहस्यो से अछूते रह जाते है।
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ह्रीं बीज का मोहिनी यक्षिणी और ऐसी अन्य साधनाओ जो कि वशीकरण की ही मुख्य रूप से साधनाये है उनके पूर्ण मंत्र ह्रीं बीज के बिना अधूरे है।
कुछ यक्षिणी मन्त्र नीचे लिख रहा हूँ
ॐ ह्रीं आगच्छ मनोहारी स्वाहा’
ऐसे ही रतिप्रिया यक्षिणी का मंत्र है
ॐ ह्रीं आगच्छ-आगच्छ रतिप्रिये स्वाहा’
ऐसे अनगिनत प्रयोग है जो कि ह्रीं बीज के ध्यान के बिना संभव ही नही। ह्रीं बीज मन्त्र स्वयं में ही अत्यंत प्रभावशाली अत्यंत ही शक्तिशाली है। जब साधक बीज मंत्रो को आत्मसात करके महामंत्रो की तरफ को अग्रसर होता है । तो निश्चित ही सिद्धि सुलभ होती है।
ह्रीं बीज और सम्मोहन शक्ति का बहुत गहरा संबंध है आने वाली पोस्ट में मैंने आपको इस विषय के बारे में भी अवगत करवाने को प्रयत्नरत हूँ।
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आनंद हो
ब्लॉग के माध्यम से हम यह कोशिश करेंगे के तंत्र के मूल स्वरूप को समझ कर हम आपको महादेव भगवान शंकर और माँ दुर्गा के इस सृष्टि रहस्य से अवगत करा Uसके। और गुरु शिष्य परम्परा से आपको अवगत करा सके जो कि तंत्र मंत्र और इनके ज्ञान में सबसे महत्वपूर्ण भाग है।
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Very nice information. Thanks
जवाब देंहटाएंSir ek video is par banaye ki mantra ko thanda Kiya kaise jata hai Kya karpoor gauram karunavtaram mantra SE thanda Kiya jaskta hai??
जवाब देंहटाएंबहुत खूबसूरत। एक नई जानकारी मिली। धन्यवान।
जवाब देंहटाएंअति सुन्दर सराहनीय कदम
जवाब देंहटाएंKya is mantra k galat ucharan ya any Karan see mansik sthiti bhi bigad sakti h yadi bigad sakti h to Kya upay kre
जवाब देंहटाएंVery nice information sir g thankyou very much sir g 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻mujhe bhi mantra shidhi ka tarika bataye g jankalyan k liye g
जवाब देंहटाएंThanks
जवाब देंहटाएंExcellent information 🙏
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