हमे प्रशन प्राप्त हुआ कि क्या साधना करते समय ब्रह्मचर्य रखना आवश्यक है? उस प्रशन का उत्तर हम आपको देते है । यह जो प्रशन हमे प्राप्त हुआ था यह बीज मंत्र साधना के विषय मे पूछा गया था परन्तु हम केवल उसी साधना की बात न करके ब्रह्मचर्य के विषय मे और साधना से सम्बन्ध के विषय मे आपको बताते है । ब्रह्मचर्य का अर्थ क्या है ?ब्रह्मचर्य का अर्थ है ब्रह्म जैसी चर्या स्वयम के ब्रह्म स्वरूप को समझने वाला ही ब्रह्मचर्य का पालन कर सकता है । ब्रह्मचर्य का बहुत ही महत्व है किसी साधना में और कुछ साधनाओ में तो इसको अत्यंत ही आवश्यक माना जाता है । किसी भी समस्या के समाधान के लिए संपर्क करे आनन्द हो ज्योतिष केन्द्र व्हाट्स एप्प 0091-7009688414 कॉल। 0091-7009688414 सबसे पहले हम चर्चा करते है विस्तार में कि ब्रह्मचर्य कैसे ब्रह्म जैसी चर्या है । ब्रह्म जैसी चर्या का अर्थ है ईश्वर जैसी चर्या । ब्रह्मचर्य का अर्थ केवल आज के समय मे शार...
ब्लॉग के माध्यम से हम यह कोशिश करेंगे के तंत्र के मूल स्वरूप को समझ कर हम आपको महादेव भगवान शंकर और माँ दुर्गा के इस सृष्टि रहस्य से अवगत करा सके। गुरु शिष्य परम्परा से आपको अवगत करा सके जो कि तंत्र मंत्र और इनके ज्ञान में सबसे महत्वपूर्ण भाग है। Call -7009688414 Whats app - 7009688414 You Tube https://www.youtube.com/channel/UC3jYdc1TVVqzXyQ2Y8h-bkA Facebook https://www.facebook.com/anandhoglobal/ INSTAGRAM LINK https://www.instagram.com/anandhosatyaho/?hl=en