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स्फटिक की शक्ति

पिछली पोस्ट में  हम आपको श्रीं साधना  के बारे में बताया महालक्ष्मी साधना के बारे में बताया जिसमे स्फटिक  श्री यंत्र और स्फटिक माला का प्रयोग आपको बताया। स्फटिक माला का प्रयोग क्यों होता है साधना सामग्री में यह अब हम आपको बताएंगे।

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ईश्वरीय शक्ति एवं प्रकाश से भरपूर स्फटिक का प्रयोग  प्राण ऊर्जा को विकसित करने तथा नकारात्मक भावनाओं, वातावरण एवं रोगों से बचने के लिए  पुरातन काल से होता रहा है। मन एवं भावनाओं के साथ-साथ शरीर के सातों चक्रों को संतुलित करके स्फटिक उनकी कार्य क्षमता का विकास करता है। 


         यह अनमोल शक्तिवर्धक सुरक्षा कवच मन, रोग एवं भावनाओं के उद्वेग को शांत कर शरीर व मन की शिथिलता को दूर कर स्वास्थ्य लाभ देता है, आत्मविश्वास और निर्भयता प्रदान कर व्यक्तित्व को निखारता  है। शरीर के सातों चक्रों को संतुलित करके स्फटिक उनकी कार्य क्षमता का विकास करता है। व्यक्ति के चारों ओर एक शक्तिशाली सुरक्षा शक्ति का क्षेत्र  बढा दूसरों द्वारा भेजे गए नकारात्मक विचारों के रूपों को प्रभावहीन कर देता है ।

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 हमारे आस पास कई प्रकार की नकारात्मक ऊर्जाएं होती है जो कि हमारे चेतन और अवचेतन मन पर गहरा प्रभाव डालती है। स्फटिक की माला हमारे आस पास की नकारात्मक उर्जाओं को हम तक पहंचने ही नहो देती। स्फटिक का प्रयोग करने से हम गन्तरिक रूप से प्रसन्नचित्त ऊर्जावान और सकात्मक रहते है।
       स्फटिक का प्रयोग ज्योतिष ,मन्त्र तन्त्र और आयुर्वेद सभी मे होता है। आयुर्वेद मे स्फटिक का  प्रयोग अनेक बीमारियों के इलाज के लिये किया जाता है। ज्योतिष मे इसे शुक्र ग्रह की सबसे उत्तम वस्तु मान कर इसे  प्रयोग करने कि सलाह दी जाती है। तन्त्र मे इसे वशीकरण मोहन और महालक्ष्मी कि कृपा प्राप्त करने के लिये सर्वोत्तम कहा गया है।

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         रिश्तों मे मुश्किलें या दरार आने पर , मनचाहा प्यार पाने के लिये  और समाज मे प्रतिष्ठा पाने के लिये भी इसे प्रयोग करने की सलाह  दी जाती है । स्फटिक को  लेकर अनगिनत विश्वास और  अनगिनत प्रयोग प्रचलित है। प्रत्येक व्यक्ति इस का प्रयोग कर के लाभान्वित हो सकता है। स्फटिक को आप  श्री यन्त्र , माला  अथवा पिरमिड के रूप मे प्राप्त कर सकते है। प्रत्येक वस्तु का प्रयोग अलग अलग उद्देश्यों के लिये किया जाता है। यदि आप को किसी योग्य  व्यक्ति से अभिमन्त्रित वस्तु मिल जाये तो यह आप के  रास्ते मे आने  वाली सभी बाधाओं को समाप्त कर के आपको कार्य सिद्धि में ईश्वरीय वरदान की तरह सहायक होती है । स्फटिक माला को यदि वशीकरण मंत्रो से अभिमंत्रित करके प्रयोग किया जाए तो यह कल्पवृक्ष के समान होती है। परंतु उसके लिए मंत्रो का उत्कीलन  विधि, माला का पूजन और सही सामग्री के साथ सही वशीकरण मंत्र भी पता होने चाहिए।

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          आप चाहे तो यह अभिमन्त्रित प्राण प्रतिष्ठित माला किसी  योग्य व्यक्ति से प्राप्त कर सकते है।

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